शिक्षकांच्या विविध प्रकारच्या रजा असतात उदा. अर्जित रजा, प्रसूती रजा नैमित्तीक रजा, पगारी व अर्ध पगारी रजा.तर अशा विविध प्रकारच्या रजा संदर्भातील सविस्तर माहिती या लेखाच्या माध्यमातून आपण पाहणार आहोत.
Table of Contents
शिक्षकांच्या रजा बाबतीत सविस्तर माहिती
रजेचे प्रकार | अनुज्ञेय दिवस | नियम क्रमांक |
1. नैमित्तिक रजा (पूर्ण पगारी) | 12 | 16 ( 1-9 ) |
2. विशेष नैमित्तिक रजा (पूर्ण पगारी विशेष) | ||
* नसबंदी शस्त्रक्रिया | 6 | 16 ( 10-अ ) |
* निर्बीजीकरण शस्त्रक्रिया (प्रसूतिकालीन) | 14 | 16 ( 10-अ, 2 ) |
* लूप बसवून घेण्यासाठी | 1 | 16 ( 10-अ, 3 ) |
* प्रसूतिकालाव्यतिरिक्त निर्बीजीकरण केलेल्या पत्नीच्या देखभालीसाठी | 7 | 16 ( 10-अ, 4 ) |
* पत्नीच्या देखभालीसाठी प्रसूतिकालीन निर्बीजीकरण शस्त्रक्रियेनंतर विशेष रजा | 4 | 16 ( 10-अ, 4 ) |
* कुत्रा चावल्यावर उपचारार्थ रजा | 21 | 16 ( 10 ब, 1 ) |
* राष्ट्रीय / आंतरराष्ट्रीय स्पर्धेत सहभाग | 30 | 16 ( 10 ब, 2 ) |
* गिर्यारोहणासाठी | 30 | 16 ( 10 ब, 3 ) |
* मोफत रक्तदान | 1 | 16 ( 10 ब, 4 ) |
* प्रशिक्षण शिबिर वा क्रीडा पंच | 30 | 16 ( 10 ब ) |
3. परिवर्तित रजा (पूर्ण पगारी) | देय | 16 ( 12 ) |
4. प्रसूती रजा (पूर्ण पगारी विशेष) | 180 | 16 ( 13 ) |
5. अर्जित रजा, वार्षिक (पूर्ण पगारी) | 30 | 16 ( 18 ) |
6. अर्जित रजा, वार्षिक, मुख्याध्यापकास | 15 | 16 ( 18 ) |
7. प्रत्यर्पित (सरेंडर) रजा (पूर्ण पगारी) | 30 | 16 ( 21 ) |
8. अर्धपगारी रजा (अर्धपगारी) | 20 | 16 ( 23 ) |
9. निवृत्तिपूर्व रजा (पूर्ण पगारी) | 240 | 16 ( 29 ) |
10. असाधारण रजा (बिनपगारी) | ||
a. अस्थायी कर्मचाऱ्यास | 90 | महाराष्ट्र नागरी सेवा ( मनासे) नियम 63 |
b. 3 वर्षे सेवा (वैद्यकीय कारणास्तव) | 180 | |
c. 5 वर्षे सेवा (वैदयकीय कारणास्तव) | 365 | |
d. 1 वर्ष सेवा (कर्करोग / मानसिक आजार) | 365 | |
e. 1 वर्ष सेवा (क्षयरोग उपचारार्थ) | 540 | |
f. 3 वर्षे सेवा (मान्यताप्राप्त अभ्यासक्रम) | 730 | |
11. अध्ययन रजा (पूर्ण पगारी विशेष) | 365 | मनासे नियम 81 |
12. नियमित राजीनामा दिल्यानंतर अर्जित रजा | 120 | मनासे नियम 67 |
13. क्षयरोग / कर्करोग / कुष्ठरोग / पक्षाघात उपचारार्थ | 365 | मनासे नियम 79 |
14. संगोपन रजा (मूल 18 वर्षांचे असेपर्यंत) | 180 |
टीप :
(1) यांपैकी कोणतीही रजा कर्मचाऱ्यास हक्क म्हणून मागता येत नाही. त्याकरिता व्यवस्थापनाची परवानगी लागते.
(2) अनुज्ञेय दिवस म्हणजे रजेची कमाल मर्यादा.
(3) पूर्ण पगारी विशेष रजा,खात्यावर खर्ची पडत नाही.
(4) अर्धपगारी रजा प्रत्येक सहामाहीला दहा दिवस मिळते. माध्यमिक शिक्षकांना प्रत्येक सहामाहीस ही रजा पूर्ण पगारी पाच दिवस मिळते.
- C.C.E. / सातत्यपूर्ण सर्वंकष मूल्यमापन कार्यपध्दती(इयत्ता 1 ली ते 8 वी)
- आकारिक मूल्यमापन भारांश (नमुना तक्ता) प्रथम / द्वितीय सत्र (इयत्ता 1 ली ते इयत्ता 4 थी)
- आकारिक मूल्यमापन भारांश प्रथम / द्वितीय सत्र (इयत्ता 5 वी ते इयत्ता 8 वी)
- शिक्षकांच्या रजा बाबतीत सविस्तर माहिती
- मुख्याध्यापकांचे कालबद्ध नियोजन
- अभिलेखे व नोंदवह्या
- शासकीय अभिलेख जतन करावयाचा कालावधी
- विद्यार्थी स्पर्धा परीक्षा नियोजन
- शिक्षकांसाठी राज्यस्तरीय निबंध स्पर्धा
- शाळा व शिक्षकांसाठी उपक्रम
- नावीन्यपूर्ण उपक्रमांची यादी
- अप्रगत विद्यार्थ्यांसाठी उपक्रम
- अभ्यासाचे विविध मार्ग
- इयत्ता 10 वी व इयत्ता 12 वीच्या परीक्षांसंबंधातील शाळांची कामे
- मान्यताप्राप्त शाळांतील शिक्षकांकरिता गोपनीय अहवालाचा नमुना
- शाळेतील समित्यांविषयी अधिक माहिती
- शाळेशी संबंधित लागू झालेल्या नवीन शासकीय कायदे
- इयत्ता 9 वीसाठी विषयनिहाय मूल्यमापन योजना
- इयत्ता 10 वीसाठी विषयनिहाय मूल्यमापन योजना
- संदर्भासाठी हाताशी ठेवायचे साहित्य
- जीवन शिक्षण व शिक्षण संक्रमण या शैक्षणिक मासिकांविषयी
वरील सर्व बाबींची सविस्तर माहीती या लेखाच्या माध्यमातून आम्ही आपणांसमोर घेऊन येत आहोत.